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लोकसभा चुनाव में हार के बाद BSP की बैठक, मायावती ने भतीजे आकाश को फिर दिया ये अहम पद

क्या [BSP] बहुजन समाज पार्टी में सब कुछ ठीक हो गया है … क्या Akash Anand की गलतियों को मायावती ने कर दिया माफ बसपा अध्यक्ष मायावती ने अपने भतीजे AKASH ANAND को फिर एक बार सौपी उतराधिकारी पद की जिम्मेदारियां… लोकसभा चुनाव के बाद BSP ने लखनऊ कार्यालय हुई बैठक के दौरान मायावती ने भतीजे आकाश की पीठ थपथपाई . आपको बता दे कि 47 दिनो पहले लोकसभा चुनाव के बीच में ही आकाश के विवादित बयानों के कारण उन्हें अपरिक्व करार करते हुए …. पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था . मायावती ने अपने एक्स पर. आखिर क्या है ,AKASH ANAND की वापसी की वजह   त्रों  की माने तो आकाश की वापसी तो होनी ही थी . दरअसल इस बार के लोकसभा चुनाव में पार्टी कुछ खास प्रदर्शन नही कर पाई है .जिसके पीछे की वजह कही न कही AKASH ANAND को पार्टी के पदों से हटाना भी बताया जा रहा है . फिलहाल पार्टी के पास मायावती के अलावा कोई खास बड़ा चेहरा नही है  और ऐसे में मायावती के बाद आकाश को ही पार्टी के बढे चेहरे के रुप में देखा रहा था . जो  पार्टी में युवाओ की पंसद थे. ऐसे में लखनऊ की बैठक में जिस अन्दाज़ में मायावती ने आकाश आनंद के सिर पर हाथ रखा, उससे इस बात के क़यास लगाया जा  है… कि मायावती आकाश आनंद की वापसी का फ़ैसला ले सकती हैं . दरसल ,उन्होनें अपनी कुछ रैलीयों में कई आपतिजनक टिप्पणियां की थी … जैसे सीतापूर की एक रैली के दौरान उन्होने बीजेपी को आतंकवादियों की पार्टी कहा था . ऐसे ही कई बयान उनकी रैलियों से आए . जिसके बाद उनके खििलाफ एफआईआर दर्ज की गई. वहीं जानकारों का यह भी कहना है कि शुरुआती चरणों के चुनाव में ही बीएसपी को अहसास हो गया था कि प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहने वाला है। ऐसे में वह नहीं चाहती थीं कि हार का ठीकरा आकाश के सिर फूटे।  फिलहाल बसपा में क्या चल रहा है  मायावती ने कहा कि केंद्र की NDA सरकार स्थिर नहीं है। ऐसे में BSP के संगठन को मजबूत करके जनाधार को युद्धस्तर पर बढ़ाने के लिए काम करें। हर स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाएं। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियों ने ‘संविधान बचाओ‘ जैसे मुद्दे भी उठाए। इस तरह के गलत प्रचार से लोग गुमराह हुए और अपनी पार्टी को नुकसान हुआ। बीएसपी ने सदस्यता शुल्क 200 रुपये से घटाकर 50 रुपये कर दिया है। फैसला हुआ कि बीएसपी इस बार यूपी का उपचुनाव मजबूती से लड़ेगी। किसी राज्य में चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं होगा। फिलहाल पार्टी में उपचुनाव की तैयारियों की भी चर्चा तेज है .   Khushi Sharma
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Lok Sabha Election

Lok Sabha Election 2024 Results: क्यों नहीं पूरा हो पाया, BJP के 400 पार वाला नारा ?

Lok Sabha Election : बीजेपी का 400 पार का नारा.. क्युं नही हुआ साकार.. The Inside Story Lok Sabha Election लोकसभा चुनाव नतीजों में बीजेपी की कम हुई सीटो की सबसे बड़ी वजह क्या है..क्या कारण है बीजेपी को अपने सबसे बड़े गढ़ उत्तर प्रदेश में बड़ा झटका लगा है जिसकी वजह से उनका 400 का आँकड़ा पार करने का नारा हक़ीक़त की ज़मीन पर नहीं उतर पाया,, इन चुनावों नतीजों के बाद लोगों के बीच चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा ये हो चुका है कि क्या यूपी की जनता बीजेपी से नाराज़ है… आखिर ऐसी क्या वजह रही कि अयोध्या में राम मंदिर की स्थापना के मुद्दे ने भी बीजेपी के लिए काम नहीं किया..जिसे लेकर भाजपा को बहुत उम्मीदें थीं… Lok Sabha Election : आइए जानते है बीजेपी के यूपी हारने के के Main factors 1. उत्तर प्रदेश Lok Sabha Election में टिकट बंटवारे को लेकर रही foresight की कमी हार की बड़ी वजह बनी | 2. पांच वर्षों तक सांसदों की अपने क्षेत्रों से अनुपस्थिति inactivity के मुद्दे ने भी यूपी में बीजेपी की जीत को फीका कर दिया | 3. उत्तर प्रदेश में चुनाव जीतने के लिए Caste Equation को ध्यान में रखना किसी भी राजनीतिक दल का मूल मंत्र होता है और ये भी माना जा रहा है इस बार यूपी में Caste equation को पहचानने में भी भाजपा से चूक हुई…इसके चलते भाजपा उन सीटों पर भी चुनाव हार गई, जहां से उसे जीत की शत-प्रतिशत उम्मीद थी। 4. चुनाव के पहले चरण से ही पेपर लीक मामले को चुनावी मुद्दा बनाकर युवाओं को कांग्रेस व सपा ने अपने पक्ष में करना शुरू कर दिया था…लेकिन तेज़ी से तूल पकड़ते इस मुद्दे पर भाजपा ने अपना पक्ष रखने की भी जरूरत नहीं समझी। 5. केन्द्र सरकार की अग्निवीर योजना को भी विपक्ष बड़ा चुनावी फैक्टर बनाने में सफल रहा, जिसकी काट भाजपा नहीं ढूंढ़ पाई। 6. लल्लू सिंह का संविधान बदलने वाला बयान घातक रहा जिसे विपक्ष की ओर से उछाले गए संविधान बदलने और आरक्षण समाप्त करने के मुद्दे को भी भाजपा नहीं संभाल पाई। 7. मुफ्त अनाज योजना सहित केंद्र की अन्य योजनाओं से voters को जरूर लाभ मिल रहा था लेकिन कांग्रेस ने पांच की बजाय 10 किलो अनाज free में देने का वायदा करके अलग दांव खेला.. अब चुनावी वायदे ने BJP को नुकसान पहुंचाया 8. शहरी मतदाता वोट देने नहीं निकले 9. अयोध्या में बीजेपी की हार की वजह वहां land acquisition और उसके compensation को बताया जा रहा है. कई लोगों के घर-दुकान तोड़े गए. दावा है कि कई लोगों को compensation तक नहीं मिला. इसकी नाराजगी election results में साफ नजर आई 10. UP में BJP की Lok Sabha Election में हार की एक और बड़ी वजह कार्यकर्ताओं की अनदेखी मानी जा रही है, तो UP में बीजेपी के आई कम सीटो को लेकर आपकी क्या राय है नीतिपथ comment box में जरुर बताए | नीतिपथ के लिए पूजा मिश्रा की रिपोर्ट
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