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Lok Sabha Election

Lok Sabha Election 2024 Results: क्यों नहीं पूरा हो पाया, BJP के 400 पार वाला नारा ?

Lok Sabha Election : बीजेपी का 400 पार का नारा.. क्युं नही हुआ साकार.. The Inside Story Lok Sabha Election लोकसभा चुनाव नतीजों में बीजेपी की कम हुई सीटो की सबसे बड़ी वजह क्या है..क्या कारण है बीजेपी को अपने सबसे बड़े गढ़ उत्तर प्रदेश में बड़ा झटका लगा है जिसकी वजह से उनका 400 का आँकड़ा पार करने का नारा हक़ीक़त की ज़मीन पर नहीं उतर पाया,, इन चुनावों नतीजों के बाद लोगों के बीच चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा ये हो चुका है कि क्या यूपी की जनता बीजेपी से नाराज़ है… आखिर ऐसी क्या वजह रही कि अयोध्या में राम मंदिर की स्थापना के मुद्दे ने भी बीजेपी के लिए काम नहीं किया..जिसे लेकर भाजपा को बहुत उम्मीदें थीं… Lok Sabha Election : आइए जानते है बीजेपी के यूपी हारने के के Main factors 1. उत्तर प्रदेश Lok Sabha Election में टिकट बंटवारे को लेकर रही foresight की कमी हार की बड़ी वजह बनी | 2. पांच वर्षों तक सांसदों की अपने क्षेत्रों से अनुपस्थिति inactivity के मुद्दे ने भी यूपी में बीजेपी की जीत को फीका कर दिया | 3. उत्तर प्रदेश में चुनाव जीतने के लिए Caste Equation को ध्यान में रखना किसी भी राजनीतिक दल का मूल मंत्र होता है और ये भी माना जा रहा है इस बार यूपी में Caste equation को पहचानने में भी भाजपा से चूक हुई…इसके चलते भाजपा उन सीटों पर भी चुनाव हार गई, जहां से उसे जीत की शत-प्रतिशत उम्मीद थी। 4. चुनाव के पहले चरण से ही पेपर लीक मामले को चुनावी मुद्दा बनाकर युवाओं को कांग्रेस व सपा ने अपने पक्ष में करना शुरू कर दिया था…लेकिन तेज़ी से तूल पकड़ते इस मुद्दे पर भाजपा ने अपना पक्ष रखने की भी जरूरत नहीं समझी। 5. केन्द्र सरकार की अग्निवीर योजना को भी विपक्ष बड़ा चुनावी फैक्टर बनाने में सफल रहा, जिसकी काट भाजपा नहीं ढूंढ़ पाई। 6. लल्लू सिंह का संविधान बदलने वाला बयान घातक रहा जिसे विपक्ष की ओर से उछाले गए संविधान बदलने और आरक्षण समाप्त करने के मुद्दे को भी भाजपा नहीं संभाल पाई। 7. मुफ्त अनाज योजना सहित केंद्र की अन्य योजनाओं से voters को जरूर लाभ मिल रहा था लेकिन कांग्रेस ने पांच की बजाय 10 किलो अनाज free में देने का वायदा करके अलग दांव खेला.. अब चुनावी वायदे ने BJP को नुकसान पहुंचाया 8. शहरी मतदाता वोट देने नहीं निकले 9. अयोध्या में बीजेपी की हार की वजह वहां land acquisition और उसके compensation को बताया जा रहा है. कई लोगों के घर-दुकान तोड़े गए. दावा है कि कई लोगों को compensation तक नहीं मिला. इसकी नाराजगी election results में साफ नजर आई 10. UP में BJP की Lok Sabha Election में हार की एक और बड़ी वजह कार्यकर्ताओं की अनदेखी मानी जा रही है, तो UP में बीजेपी के आई कम सीटो को लेकर आपकी क्या राय है नीतिपथ comment box में जरुर बताए | नीतिपथ के लिए पूजा मिश्रा की रिपोर्ट
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Ram Navami

रामनवमी पर रामलला का होगा सूर्य अभिषेक, जानें क्या है इसका महत्व

अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर में पहली बार मनेगा राम का जन्मोत्सव, तैयारियां तेज; 17 अप्रैल को है रामनवमी भव्य राम मंदिर में पहला भव्य जन्मोत्सव उत्सव होगा.  Ram Navami जन्म के समय सूर्य की किरणों के जरिये सूर्याभिषे‍क की भी तैयारी की गई है। रामनवमी के दिन रामलला के जन्म की घड़ी दोपहर ठीक 12 बजे सूर्य की किरंणो से रामलला का अभिषेक यानी सूर्य तिलक होगा। सूर्य की किरणें करीब चार मिनट तक रामलला के मुख मंडल को प्रकाशित करेंगी। यह सर्कुलर सूर्य तिलक 75 मिमी का होगा। सूर्य की किरणों के जरिये सूर्याभिषे‍क कैसे होगा जानते है पुरा प्रोसेस देहरादून. आईआईटी रुड़की के सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने यह सिस्टम बनाया है। प्रोजेक्ट के वैज्ञानिक के मुताबिक यह सूर्य के पथ बदलने के सिद्धांतों पर आधारित है। इसमें एक रिफ्लेक्टर, 2 दर्पण, 3 लेंस, पीतल पाइप से किरणें मस्तक तक पहुंचेंगी। सूर्य की किरणों के जरिये सूर्याभिषे‍क की भी तैयारी की गई है। दर्पण 1 Ram Navami रिफ्लेक्टरःये एक बॉक्स में छत पर लगा है। इसमें एक बड़ा मुख्य लेंस है, जो बिना बिजली 19 गियर के जरिए काम करेगा। रामनवमी को दिन में 12 बजे सूर्य की किरणें तीसरी मंजिल पर लगे लेंस-1 सिस्टम के पहले रिफ्लेक्टर पर गिरेंगी। यहां से पहले दर्पण पर जाएंगी और फिर लेंस के जरिए तेजी से आगे बढ़ेंगी। दर्पण 2: Ram Navami ये गर्भगृह में रामलला के मस्तक के ठीक सामने होगा। इसमें सूरज की किरणें तीनों लेंस और पाइप से टकराकर पहुंचेंगी। वर्टिकल पाइप में 2 और लेंस से गुजरते हुए किरणें गर्भगृह में रामलला के ठीक सामने लगे दूसरे दर्पण पर गिरेंगी। इस दर्पण को 60 डिग्री में लगाया है, ताकि किरणें सीधे प्रभु श्रीराम के मस्तक तक पहुंच जाए.. इस ऐतिहासिक मौके का साक्षी बनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्दालू आयोध्या में मौजूद होंगे और देश के करोड़ो लोग TV और मोबाइल पर आने वाली तस्वीरों और Video के जरिए इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनेंगे|   -Pooja Mishra
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