Nitipath

हरियाणा चुनाव: कांग्रेस नेता शमशेर सिंह गोगी का विवादित बयान वायरल

हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान करनाल से कांग्रेस नेता शमशेर सिंह गोगी का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें उन्होंने एक controversial बयान दिया है। असंध से कांग्रेस विधायक गोगी ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि यदि उनकी सरकार आती है, तो असंध का हिस्सा होगा और वे अपने रिश्तेदारों को खुश करेंगे। उन्होंने कहा, “जो हमारी मदद में आ रहे हैं, जो भाईचारे में आ रहे हैं, हम पहले अपना घर तो भरेंगे ही।” इस बयान के बाद BJP ने कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठाए हैं।गोगी ने वायरल वीडियो पर reaction देते हुए कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं और उनका मकसद यह था कि असंध जब जिला बनेगा तो उसे इंडस्ट्रियल हब बनाएंगे, जिससे उनके दोस्तों और रिश्तेदारों का भी भला होगा। उन्होंने नायब सिंह सैनी पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें पहले अपना घर बचा लेना चाहिए। इसी बीच, फरीदाबाद एनआईटी से कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा का भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि 50 वोट पर उनकी सरकार एक नौकरी देगी। कांग्रेस के इन नेताओं के बयानों ने पार्टी के लिए परेशानी खड़ी कर दी है।इस चुनावी माहौल में भारत की स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट भी जींद जिले की जुलाना सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। शमशेर सिंह गोगी का विवादास्पद बयान: असंध को इंडस्ट्रियल हब बनाने का वादा हाल ही में, विनेश ने जींद में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के चुनाव चिन्ह की तुलना थप्पड़ से करते हुए कहा, “ताई हाथ का निशान, थप्पड़ का काम करेगा।” उनका यह बयान भी चर्चा का विषय बना हुआ है। विनेश ने यह कहा कि 5 तारीख को ये थप्पड़ दिल्ली में जाकर लगेगा, और 10 साल में जो अपमान हुआ है, उसका बदला लेना है।विनेश फोगाट, जो ओलंपिक में बिना पदक लौटने के बावजूद देशभर में सहानुभूति का केंद्र बनीं, ने कहा कि वे अपनी पगड़ी और आत्मसम्मान की रक्षा के लिए चुनावी मैदान में उतरी हैं। उनके मुकाबले में भारत की पहली महिला डब्ल्यूडब्ल्यूई रेसलर कविता दलाल और एअर इंडिया के पूर्व कैप्टन योगेश बैरागी भी हैं, जिससे चुनावी मुकाबला और भी रोचक हो गया है।हरियाणा के इस चुनाव में कांग्रेस के लिए शमशेर सिंह गोगी और विनेश फोगाट के बयानों ने एक नया विवाद खड़ा किया है। दोनों नेताओं के बयानों और उनकी चुनावी रणनीतियों का आगे क्या असर होगा, यह देखना दिलचस्प होगा। ऐसे ही और खबरों के लिए जुङे रहे नीतिपथ न्युज से जय हिन्द | Pooja Mishra
Read more
कंगना रनौत का तीखा वार

कंगना रनौत का तीखा वार: जातिगत जनगणना पर विरोध, राहुल गांधी को किया कटघरे में खड़ा

कंगना रनौत ने जातिगत जनगणना का किया विरोध, राहुल गांधी पर साधा निशाना BJP सांसद कंगना रनौत ने जातिगत जनगणना के लिए असहमती जताई है उन्होनें एक टीवी चैनल से बातचीत के समय पुछने पर स्पष्ट रूप से कहा कि जातिगत जनगणना बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए। Kangana यह बयान तब विवादों के बीच आया है जब उन्होनें congress नेता Rahul Gandhi पर निशाना साधाते हुए कहा कि कांग्रेस नेता पूरी तरह अव्यवस्थित हैं, और यह उनके भाषणों और व्यवहार में स्पष्ट दिखाई देता है। कंगना रनौत की राजनीति में एंट्री: जातिगत जनगणना का विरोध, राहुल गांधी की खिंचाई Kangana Ranaut ने यह भी कहाँ कि Rahul Gandhi केवल कुर्सी के पीछे भाग रहे हैं, और उनकी बातें सत्ता में आने के लिए हैं, न कि जनहित के लिए।किसान आंदोलन पर अपने पहले बयानों को लेकर कंगना रनौत  को BJP से पहले ही फटकार लग चुकी है. Kangana Ranaut ने कहा कि वे पार्टी के आदेश का सम्मान करती हैं और हर आदेश का पालन करेंगी। Kangana का यह बयान राजनीतिक में चर्चा का विषय बन गया है, और जातिगत जनगणना की आवश्यकता पर नए सिरे से बहस शुरू हो गई है। –Pooja Mishra
Read more
Congress

Congress और नेशनल कॉन्फ्रेंस का गठबंधन, 10 सीटों पर बन रहा है सहमति का पेच

Congress और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गठबंधन का किया ऐलान, जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) ने गठबंधन की घोषणा कर दी है। यह घोषणा एनसी के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को की, जिन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और सांसद राहुल गांधी से मुलाकात के बाद यह कदम उठाया। फारूक अब्दुल्ला ने यह भी बताया कि सीपीआईएम (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट)) भी इस गठबंधन का हिस्सा होगी, लेकिन महबूबा मुफ्ती की पीडीपी (पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) के साथ चुनाव पूर्व या बाद में गठबंधन के विकल्प को खुले रखा गया है। फारूक ने कहा कि “किसी के लिए भी दरवाजे बंद नहीं हैं। Congress की जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की प्राथमिकता “Congress के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस गठबंधन को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि कांग्रेस की प्राथमिकता जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करना है। इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह उनके पार्टी के एजेंडे में शीर्ष पर है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव के बाद मोदी की बॉडी लैंग्वेज बदल गई है। गांधी ने कहा कि चुनाव से पहले मोदी ने आत्मविश्वास से भाषण दिए, लेकिन अब उनके कंधे झुके हुए हैं।फारूक अब्दुल्ला ने बैठक के बाद स्पष्ट किया कि सीट शेयरिंग और अन्य मुद्दों पर जानकारी पहले चरण के चुनाव से पहले प्रदान की जाएगी। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, 90 विधानसभा सीटों में से 10 सीटों पर अभी भी मतभेद बने हुए हैं। फारूक ने साझा न्यूनतम कार्यक्रम के सवाल पर कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया और कहा कि उनका साझा कार्यक्रम उन शक्तियों के खिलाफ मिलकर लड़ना है जो देश को बांटने का प्रयास कर रही हैं।इस गठबंधन के बारे में बात करते हुए, फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक कदम है जो जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य को नया दिशा देगा। चुनाव के नजदीक आने के साथ, दोनों दलों के बीच जारी चर्चा और बैठकों से यह स्पष्ट हो जाएगा कि सीटों का बंटवारा और गठबंधन के अन्य पहलू कैसे सुलझाए जाएंगे। Congress और नेशनल कॉन्फ्रेंस के इस गठबंधन को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह गठबंधन भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विपक्षी मोर्चा तैयार कर सकता है। साथ ही, यह भी देखा जाएगा कि महबूबा मुफ्ती की पीडीपी और अन्य विपक्षी दल इस नई राजनीतिक स्थिति पर किस प्रकार की प्रतिक्रिया देते हैं। -Pooja Mishra
Read more
Nitish Kumar

बिहार में लोकसभा चुनाव परिणाम से कैसे नीतीश कुमार का राजनीतिक कद बढ़ा

लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद जदयू ने ऐलान किया कि 2025 के विधानसभा चुनाव का नेतृत्व Nitish kumar करेंगे। अब भाजपा के नेता डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने भी इस बात पर मुहर लगा दी है को 3.53 प्रतिशत कम वोट आया। हार-जीत का अंतर भी कम हुआ है। इसके बावजूद जदयू ने अपने आधार महिलाओं का समर्थन भी बना रहा। लोकसभा चुनाव में बिहार के भाजपा नेता सक्रिय थे। उनकी खूब सभाएं हुई। उम्मीदवारों ने और नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर वोट मांगा। दूसरी तरफ जदयू राज्य सरकार की उपलब्धियों के आधार पर वोट मांगता रहा। औरंगाबाद, जमुई और नवादा की सभाओं को छोड़ दें तो नीतीश कुमार पीएम मोदी की अधिसंख्य सभाओं में मंच पर नजर नहीं आए। पीएम के मंच पर हिन्दू- मुस्लिम आधार पर ध्रुवीकरण के लायक भाषण होते थे। जो कि नीतीश के लिए असहज हो सकता था। कैसे बिहार में लोकसभा चुनाव परिणाम ने बढ़ाया Nitish Kumar का Confidence वोटों को बचाकर रखा। कुछ क्षेत्रों में उसे मुसलमानों का भी वोट मिला। जदयू के प्रति अत्यंत पिछड़ों और आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद नीतीश कुमार Nitish Kumar और टीडीपी मुखिया चंद्रबाबू नायडू किंगमेकर बनकर उभरे हैं. एनडीए को 543 में से 293 सीटें मिलीं जबकि INDIA ब्लॉक को 233 जगहें मिल सकीं. भाजपा को 240 सीटों के साथ बहुमत तो मिला, लेकिन वो मैजिक नंबर 272 को नहीं छू सकी, जिसके दम वो अकेले सरकार बना सकती थी. भाजपा समेत पूरा एनडीए फिलहाल आंध्रप्रदेश की तेलुगु देशम पार्टी और बिहार के जनता दल (यूनाइटेड) के भरोसे है, नीतीश की पार्टी जेडीयू को 12 सीटें मिली हैं जो एनडीए में टीडीपी (16) के बार सबसे बड़ी भागीदार है. लोकसभा चुनाव परिणाम से पहले क्यु थे Nitish Demotivated 2020 के विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद नीतीश कुमार की राजनीतिक क्षमता पर कई बार प्रश्न खड़े हुए। राजद से गठबंधन के समय नीतीश ने इतना तक कह दिया कि अगला विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। उनके फिर से एनडीए में आने के समय भी कहा जाने लगा कि 2025 में विस चुनाव की अगुआई भाजपा करेगी। जदयू की सिर्फ 43 सीटों पर जीत हुई थी। भाजपा के मनुहार पर नीतीश मुख्यमंत्री बने। लेकिन, जल्द ही भाजपा के कुछ नेता उनपर अपमानजक टिप्पणी करने लगे। नीतीश जो एनडीए में बड़े भाई की भूमिका में थे, भाजपा के कई नेता उन्हें छोटा भाई बताने लगे। नीतीश महागठबंधन से जुड़े। सत्ता के प्रति उनका वैराग्य भी प्रकट होने लगा और यहाँ तक नीतीश ने यह तक कहना शुरू कर दिया था मुझे किसी पद की ख्वाहिश नहीं है| ऐसे ही खबरो के लिए जुङे रहे नीतिपथ से आपकी क्या राय है comment box में जरुर बताए |   नीतिपथ के लिए पूजा मिश्रा की रिपोर्ट
Read more