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बहराइच में सांप्रदायिक झड़प: गोलीबारी में युवक की मौत, हिंसा के बाद इंटरनेट सेवाएं बंद

बहराइच में सांप्रदायिक झड़प: गोलीबारी में युवक की मौत, हिंसा के बाद इंटरनेट सेवाएं बंद

उत्तर प्रदेश का बहराइच पहले भेडिये के आंतक के कारण औऱ अब हिंसा और आगजनी के कारण चर्चा में है । हिंसा प्रभावित इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है, और वरिष्ठ अधिकारी, जैसे कि एसएसपी और एसपी, खुद मैदान में उतरे हुए है। वीडियो में आधिकारी खुद पिस्टल लेकर भीड़ को तितर-बितर करते नजर आए। सोमवार को प्रदर्शनकारियों ने दोपहिया वाहनों के शोरूम सहित कई संपत्तियों को आग के हवाले कर दिया। जब प्रदर्शनकारी हिंसा पर उतर आए, तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। आपको बता दें कि यह पुरी हिंसा कैसे शुरु हुई । रविवार शाम को बहराइच के हरदी में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान झड़पें शुरू हो गईं। पुलिस के मुताबिक, विवाद तब भड़का जब जुलूस के दौरान मुस्लिम इलाके से गुजरते वक्त कुछ लोगों ने संगीत बंद करने को कहा। इसके बाद दोनों पक्षों में बहस हुई, जो जल्दी ही झड़प और पथराव में बदल गई। इसी दौरान गोलियां चलीं और एक स्थानीय युवक, राम गोपाल मिश्रा, को गोली लग गई। अस्पताल ले जाने पर उसकी मौत हो गई। इस झड़प में कई लोग घायल भी हुए हैं। पुलिस ने कहा कि हिंसा में शामिल तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि जब जुलूस मुस्लिम ल क्षेत्र से गुजर रहा था, तभी एक व्यक्ति पर हमला हुआ, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने अब तक 30 लोगों को हिरासत में लिया है और इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज में आरोपी के खिलाफ कार्यवाही कर रही है । मृतक राम गोपाल मिश्रा के परिवार ने आरोपियों की गिरफ्तारी और स्थानीय पुलिसकर्मियों को हटाने की मांग की है। महसी क्षेत्र से विधायक सुरेश्वर सिंह ने कहा कि मृतक का अंतिम संस्कार जल्द ही किया जाएगा। परिवार के अनुसार, राम गोपाल की हाल ही में शादी हुई थी पुरे मामले पर मुख्यमंत्री का बयान योगी आदित्यनाथ ने इस हिंसा की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वे सख्त कार्रवाई करें और माहौल बिगाड़ने वाले तत्वों को तुरंत गिरफ्तार करें। सीएम ने ट्वीट कर कहा, “जनपद बहराइच के महसी में उपद्रवियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होगी, और प्रतिमा विसर्जन के कार्यक्रम को सुनिश्चित किया जाएगा।” इस हिंसा के बाद बहराइच में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, लेकिन पुलिस और प्रशासन की कड़ी निगरानी में हालात को नियंत्रित करने की कोशिशें जारी हैं। –Khushi Sharma
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Yogi आदित्यनाथ

Yogi आदित्यनाथ का जम्मू-कश्मीर में चुनावी दौरा: ताबड़तोड़ रैलियां

Jammu – Kashmir में चुनावी माहौल को गर्म करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi आदित्यनाथ आज से तीन रैलियों को सम्बोधित करेगे उनका पहला पड़ाव जम्मू के छम्ब विधानसभा क्षेत्र में दोपहर 12 बजे होगा। इसके बाद, वे रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में BJP के समर्थन में माहौल बनाने के लिए दोपहर 1:30 बजे पहुंचेंगे। उनकी तीसरी और अंतिम रैली RS पुरा दक्षिण जम्मू में दोपहर 3 बजे होगी।Jammu – Kashmir में अब तक दो चरणों का मतदान हो चुका है, और तीसरे चरण के लिए राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। CM Yogi आदित्यनाथ की तीन प्रमुख रैलियां: जम्मू-कश्मीर चुनाव का प्रचार अभियान तेज BJP ने अपने गढ़ माने जाने वाले हिंदू बहुल जिलों जम्मू, सांबा, कठुआ और उधमपुर पर ध्यान केंद्रित किया है, जहां तीसरे चरण में मतदान होना है। CM Yogi आदित्यनाथ के साथ, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी आज जम्मू संभाग में पांच चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। उनके कार्यक्रम की शुरुआत चनैनी में सुबह 10:30 बजे होगी। इसके बाद वे उधमपुर पश्चिम, बनी, जसरोटा और मढ़ में रैलियां करेंगे।पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा भी इस चुनावी प्रचार में भाग लेंगे। BJP का लक्ष्य: हिंदू बहुल क्षेत्रों में फिर से बहुमत पाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जम्मू में एक बड़ी रैली को संबोधित करने वाले हैं।तीसरे चरण में 40 सीटों पर वोटिंग एक अक्टूबर को होगी, जिसमें जम्मू, बांदीपोरा, उधमपुर, कुपवाड़ा, सांबा, बारामूला, कठुआ आदि शामिल हैं। चुनाव परिणाम 8 अक्टूबर को आएंगे।BJP की रणनीति यह है कि वह अपने मजबूत क्षेत्रों में एक बार फिर से बहुमत हासिल कर सके, और इसके लिए पार्टी के शीर्ष नेताओं का चुनावी दौरा काफी महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। ऐसे ही और अपडेट के लिए बने रहें नितिपथ के साथ। धन्यवाद! Pooja Mishra
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वाराणसी-प्रयागराज में बाढ़ का रौद्र रूप: हजारों लोग हुए पलायन को मजबूर

प्रयागराज और वाराणसी में गंगा और यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिसके परिणामस्वरूप निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। लगातार हो रही बारिश के कारण शहरी क्षेत्रों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे लोगों को अपने घरों को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। हालात इस कदर गंभीर हैं कि गलियों में नाव चलानी पड़ रही है। वाराणसी में पिछले चार घंटे से तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है, जिससे गंगा और वरुणा नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। गंगा का जलस्तर 70.82 मीटर तक पहुंच गया है, जबकि खतरे का निशान 71.26 मीटर है। वहीं, वरुणा नदी का जलस्तर भी बढ़ रहा है, जिससे तटवर्ती क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।सोमवार को गंगा और यमुना का रौद्र रूप देखने को मिला। प्रयागराज में गंगा किनारे स्थित 150 गांवों और 20 मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे लगभग 20,000 लोग बेघर हो गए हैं। इनमें से डेढ़ हजार लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं, जबकि हजारों परिवार अपने रिश्तेदारों के घरों में शरण ले रहे हैं। प्रयागराज और वाराणसी में बाढ़ की स्थिति: जलस्तर खतरे के निशान के करीब वाराणसी में, नमो घाट से लेकर अन्य घाटों तक बाढ़ का पानी भर गया है, जिसके कारण नावों के संचालन पर भी रोक लगा दी गई है। जो नावें नदी में चलती थीं, अब वे गलियों में चल रही हैं। बाढ़ के कारण हजारों एकड़ में फसलें भी डूब गई हैं, और पशुओं के लिए चारे की कमी हो गई है।न सिर्फ वाराणसी, बल्कि फर्रुखाबाद, अयोध्या, मऊ, आजमगढ़ और बलिया में भी सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे स्थानीय लोगों में भय का माहौल है। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को तेज कर दिया है, लेकिन अभी भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।स्थानीय निवासियों ने सरकार से जल्द से जल्द सहायता की मांग की है, ताकि वे इस कठिनाई से बाहर निकल सकें। बाढ़ की इस स्थिति ने जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, और अब सभी की नजरें मौसम की सुधार पर टिकी हैं। ऐसे ही न्यु अपडेट्स के लिए जुड़े रहें नीतिपथ न्यूज के साथ। जय हिन्द! Pooja Mishra
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ayodhya

अयोध्या में भाजपा हार गई ? सभी सनातनियों पर एक साथ वार करने का Inside story क्या है ?

Ayodhya में BJP की हार का कारण बनी ये बातें! Reasons BJP Lost Ayodhya | BJP | कुछ लोग और विपक्ष पार्टिया बहुत चिल्ला चिल्ला कर राग अलाप रही है की बीजेपी Ayodhya भी हार गई , जिस राम के नाम पर वोट मांग रहे थे उन्होंने ही इनको हार का रास्ता दिखा दिया और यह खबर इतनी वायरल की गई कि एक पल के लिए भी किसी को भी नहीं लगा कि अयोध्या नाम की कोई सीट है ही नहीं। सीट का नाम फैजाबाद है। अधिकांश दक्षिणपंथी भी इस नैरेटिव में फंस गए, लेकिन किसी भी ख़बर को सुनकर उसपर कोई राय बनाने से पहले.. किसी निष्कर्ष पर आने से पहले… ख़बर के facts को ज़रूर दो तीन बार पूरी तरह से चेक कर लेना चाहिए… चुनावी नतीजों का fact ये है कि भाजपा अयोध्या की सीट नहीं हारी है, फैजाबाद की सीट हारी है। और अयोध्या फैजाबाद निर्वाचन क्षेत्र का छोटा सा हिस्सा है। फैजाबाद के अंतर्गत 5 विधानसभा क्षेत्र आते हैं और अयोध्या इन 5 में से एक है। तो अब आप संभवत: आप ये समझ गए होंगे बीजेपी Ayodhya से नहीं बल्कि फैजाबाद सीट हरी है अयोध्या विधानसभा क्षेत्र में तो भाजपा को बढ़त मिली, जबकि बाकी 4 में भाजपा को सपा से कम वोट मिले। इसलिए भाजपा अयोध्या नहीं हारी है…वह जीती है। इस लिए इस बात को ध्यान से समझिये कि देश की जनता के बीच ये नेरेटिव जानबूझकर से सेट किया जा रहा है कि भाजपा अयोध्या हार गई है और इस बात को भी समझिए कि “ फैजाबाद “नाम का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है बल्कि उसकी जगह अयोध्या का इस्तेमाल किया जा रहा है। यूपी में भाजपा की भारी हार हुई है, इसलिए यह स्वाभाविक है कि पूरे भारत में भाजपा समर्थक नाखुश और नाराज होंगे। भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 44 सीटें खो दीं, लेकिन केवल एक सीट को हाईलाइट करके दिखाया गया कि “हिंदुओं ने Ayodhya खो दी”। और यह सब उन लोगों ने किया जिन्होंने आखिरी दिन तक राम मंदिर का विरोध किया। वे दर्शन के लिए भी नहीं गए। Ayodhya श्री राम के अस्तित्व पर संदेह करने वालों ने एक नैरेटिव बनाया| अब दूसरी बात आपके लिए ये समझने वाली है की कैसे सोशल मिडिया का बखूबी फायदा उठा कर अपनी गन्दी मानसिकता का इस्तेमाल करके लोगों को गुमराह किया। उन्होंने इस तरह के पोस्ट/संदेश बनाए – हम अयोध्या नहीं जाएंगे, मतलब “अयोध्या पर प्रतिबंध लगाओ”। कुछ बेवकूफों ने अपनी टिकटें भी रद्द कर दी हैं। अगर हम अयोध्या भी गए तो हम वहां नहीं रहेंगे, वहां नहीं खाएंगे, वहां खरीदारी नहीं करेंगे, आदि|अब जरा आराम से बैठ कर सोचियेगा अगर आप अयोध्या में नहीं रहोगे तो कहां रहोगे? आप लोगो की सोच को उन्होंने कैसे अपने मन मुताबिक बदल दिया , मतलब पहले हिंदुओं को अयोध्या न जाने के लिए उकसाओ, और अगर कोई फिर भी जाता है तो उसे अयोध्या में पैसा खर्च न करने के लिए उकसाओ जहां हिंदू व्यापार करते हैं।तो आप लोगो से ये अनुरोध की किसी की बात पर ध्यान न देकर प्रभु श्री राम के दर्शन करने अयोध्या जाये और वहां अपने लोगों से मिले उनसे सामान ख़रीदे , उनकी तरक्की का एक रास्ता बने जय श्री राम| – Sanjeev Sharma
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